महाकुंभ की तैयारी में प्रशासन का ‘आत्मचिंतन’, उज्जैन में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन; संयम और समर्पण का मिला संदेश!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर मध्यप्रदेश शासन ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप आगामी महाकुंभ के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के सुखद, आनंदमयी और सुव्यवस्थित स्नान अनुभव के लिए उज्जैन संभाग के अधिकारियों को तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया, जिसका समापन गुरुवार को प्रशासन अकादमी में संपन्न हुआ।

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रशासनिक तंत्र को केवल कुशल प्रबंधन तक सीमित नहीं रखना, बल्कि आनंद, आत्मचिंतन और नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण कार्य संस्कृति को विकसित करना भी था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, राज्य आनंद संस्थान भोपाल के निदेशक सत्यप्रकाश आर्य ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि, “हमें अपने कार्य पर गर्व करना चाहिए। जीवन को गरिमामयी बनाते हुए आनंद के साथ जीना ही सच्ची सेवा है।” उन्होंने अधिकारियों को प्रेरित किया कि वे हर कार्य को विवेक और आत्मिक संतुलन के साथ करें, जिससे कार्य प्रेरणादायी बनें और सामूहिक प्रशासनिक माहौल में समन्वय बना रहे।

इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण के अंतिम दिन “मौन से बड़ा कौन” विषय पर गहन चर्चा की गई। गुरुवार सुबह 7:30 बजे से 11 बजे तक सभी प्रतिभागियों ने 3.5 घंटे का पूर्ण मौन धारण कर आत्म-चिंतन किया। इस दौरान आत्मशांति, आंतरिक स्वच्छता और आत्मअनुभूति के महत्व को व्यावहारिक रूप में अनुभव किया गया। शाम को प्रतिभागियों को छोटे-छोटे समूहों में आत्म-विश्लेषण की गतिविधियों में सम्मिलित किया गया, जिनमें जीवन मूल्यों को किस प्रकार व्यवहार में उतारा जाए, इस पर विस्तार से चर्चा हुई। एक प्रेरणात्मक वीडियो के माध्यम से मन की स्वच्छता और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने का संदेश दिया गया।

प्रशिक्षण सत्र का एक प्रमुख भाग लाइफ बैलेंस शीट, चिंता का दायरा और प्रभाव का दायरा, फ्रीडम ग्लास, मेरे रिश्ते, जैसे टूल्स का अभ्यास भी रहा। उज्जैन से आए मास्टर ट्रेनर डॉ. प्रवीण जोशी ने बताया कि सिंहस्थ जैसे विशाल आयोजन की जटिलताओं को ध्यान में रखते हुए यह प्रशिक्षण शासकीय सेवकों को मानसिक संतुलन, टीम वर्क और सकारात्मक दृष्टिकोण से कार्य करने की दिशा में सक्षम बनाता है।

इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में उज्जैन संभाग के विभिन्न जिलों से लगभग 40 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान राज्य आनंद संस्थान के मास्टर ट्रेनर्स – डॉ. समीरा नईम (देवास), डॉ. प्रवीण जोशी (उज्जैन), संजय पांडेय (उमरिया), शिरीष सुमन शर्मा (शाजापुर), डॉ. अमित मुखर्जी (पंचगनी) और अजीत महतो (भोपाल) की सक्रिय उपस्थिति और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

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